बहुत बड़े आकार के छह उल्कापिंड बढ़ रहे हैं धरती की ओर
न्यूयॉर्क। एक नई आशंका ने दुनियाभर में दहशत पैदा कर दी है। आशंका यह है कि अगले दो सप्ताह में यानी 21 से 28सितंबर के बीच धरती से जीवन पूरी तरह खत्म हो सकता है। यह आशंका व्यर्थ भी नहीं है। कारण यह है कि बहुत बड़े आकार के छह उल्कापिंड बड़ी तेजी से धरती की ओर बढ़ रहे हैं। यदि इनमें से एक भी धरती तक पहुंच गया तो बुरी तरह तबाही मचा देगा।
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ऐसा नजर आएगा खूनी चंद्रमा |
खूनी चंद्रमा से भी लग रहा डर
पिछले
साल अप्रैल से अब तक चंद्रमा
का रंग चार बार लाल हो चुका
है। वैज्ञानिकों के अनुसार
21 से
28सितंबर
के बीच यह पूरी तरह से लाल हो
जाएगा, जिसे
खूनी चंद्रमा कहा जाता है।
इसके प्रभाव के कारण धरती पर
भयानक भूकंप आएंगे और आसमान
से उल्का पिंडों की बाररिश
होगी। ईसाई धर्मगुरओं का दावा
है कि यह दिन ईसा मसीह के धरती
पर आने की सूचना देंगे।
अमेरिकी दहशत में, पुलिस ने दोनों को पकड़ा
मार्क
ब्लिज्ट और जॉन हेगी नाम के
इन दो ईसाई संतों की इस भविष्यवाणी
ने हर किसी को सोचने पर मजबूर
कर दिया है। दोनों गुरुओं का
दावा है कि चांद के लाल होने
की घटना 2000 साल
में एक बार होती है। उनके अनुसार
इस दौरान प्राकृतिक शक्तियां
अरब देशों में युद्ध की स्थिति
पैदा कर तीसरे विश्वयुद्ध की
ओर धकेल देगी। हालांकि दोनों
की इस भविष्यवाणी ने अमरीकी
लोगों में बेचैनी पैदा कर दी
है। मामले की गंभीरता को देखते
हुए अमरीकी पुलिस ने मार्क
ब्लिज्ट और जॉन हेगी को हिरासत
में लिया है।
1948 में ‘ब्लड मून’ के समय हुआ था इजरायल का जन्म
इसाई
पादरी जॉन हेगी ने तो आपदा की
भविष्यवाणी पर ‘फोर ब्लड मून’
नाम से एक किताब भी लिखी है जो
2013 में
प्रकाशित हुई थी। इस किताब
ने बिक्री के कई रिकॉर्ड भी
तोड़े. दोनों
संतो का दावा है कि “1948
में जब ‘ब्लड
मून’ की स्थिति बनी थी,
तो इजरायल
का जन्म हुआ था और इस बार ‘ब्लड
मून’ धरती पर पैगंबर की वापसी
का संकेत मिल रहे हैं”।
ढाई किलोमीटर चौड़ा उल्कापिंड
ईसाई
गुरुओं का दावा है कि ढाई
किलोमीटर चौड़ा उल्कापिंड
प्यूर्टो रिको के पास धरती
से टकराएगा, जिसके
कारण भारी तबाही होगी। उन्होंने
अपनी भविष्यवाणी का आधार कथित
तौर पर बाइबिल के उन कोड्स को
बताया है जिनके आधार पर पहले
भी कई बड़ी अनहोनी के बारे में
भविष्यवाणी की जा चुकी है।
नासा ने कहा- सौ साल में भी ऐसा कुछ नहीं होगा
यह
खबर जंगल की आग की तरह दुनियाभर
में फैली है। जब अमेरिकी
अंतरिक्ष एजेंसी नासा तक यह
बात पहुंची तो उसने अपने
वैज्ञानिकों के हवाले से इसे
पूरी तरह खारिज कर दिया। नासा
का दावा है कि अगले सौ साल में
भी ऐसी कोई घटना नहीं होने
वाली।
चेत जाओ, नहीं तो मरोगे
नासा
की इस आशंका को निराधार बताने
के बाद भी उन धर्मगुरुओं ने
अपनी बात को पूरी तरह सच बताया
है। उन्होंने चेतावनी के लहजे
में कहा है- चेत
जाअो, नहीं
तो सब मरोगे।
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